अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट लॉन्च ISRO GISAT-1 मिशन कहां फेल हो गया
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-F10 EOS-03 मिशन अथवा GISAT-1 मिशन अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल हो गया है। पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-03 (Earth Observation Satellite-03) को 12 अगस्त को सुबह लॉन्च किया किया। इस लांच के पहले दो चरणों ने ठीक से काम किया, लेंकिन क्रायोजेनिक अप्पर स्टेज में तकनीकी खामी के कारण राकेट इस उपग्रह को उचित कक्षा में स्थापित करने में विफल रहा।
क्यों और कहां फेल हो गया इसरो का मिशन
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) को गुरुवार को बड़ा झटका लगा। अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (EOS-03) यानी ‘आई इन द स्काय’ को लॉन्च करने का मिशन फेल हो गया। GISAT-1 अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट को लेकर जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) F10 रॉकेट ओडिशा के स्पेसपोर्ट से लॉन्च हुआ। दो स्टेज तक सबकुछ ठीक चला। क्रायोजेनिक स्टेज में गड़बड़ी आई और मिशन फेल हो गया। तकनीकी दिक्कतों के चलते मिशन कंट्रोल सेंटर को सिग्नल और डेटा मिलने बंद हो गए थे। इसके बाद इसरो के चेयरमैन के सिवन ने बताया कि मिशन पूरा नहीं हो सका। ISRO कुछ दिन बाद इसके दोबारा लॉन्च की तारीख घोषित कर सकता है।
इसरो के इस मिशन का उद्देश्य क्या था?
इस मिशन में इसरो को अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट लॉन्च करना था।मिशन सफल होता तो इसके जरिए भारत के साथ-साथ चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर भी रियलटाइम निगरानी संभव हो जाती। अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (EOS-03) पूरे देश की रोज 4-5 तस्वीरें भेजेगा। इस सैटेलाइट की मदद से जलाशयों, फसलों, तूफान, बाढ़ और फॉरेस्ट कवर में होने वाले बदलावों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग संभव हो जाती।
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